फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ 23 मई 2019 को भारतीय वायुसेना की पहली ऑपरेशनल फ़ाइटर पायलट बन गई हैं. फ़ाइटर एयरक्राफ्ट में उन्होंने दिन में उड़ान भरने की ट्रेनिंग पूरी कर ली है. इसका मतलब है कि अब फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंत किसी हवाई युद्ध में शामिल हो सकती हैं.
फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाली महिलाओं के पहले बैच की सदस्य हैं. फिलहाल भावना कंठ राजस्थान में पाकिस्तान से लगने वाली सीमा पर तैनात हैं.
अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह भी पहले बैच की फाइटर पायलट:
भावना कंठ के अतिरिक्त अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह भी पहले बैच की फाइटर पायलट हैं, जो अलग-अलग एयरबेसों में अपनी ट्रेनिंग के आखिरी दौर में हैं.
फाइटर पायलट को युद्ध में उतरने से पहले ट्रेनिंग की प्रक्रिया:
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किसी फाइटर पायलट को युद्ध में उतरने से पहले ट्रेनिंग की बहुत लंबी प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है. एयरफोर्स अकादमी में बेसिक ट्रेनर पर उड़ान भरने की ट्रेनिंग के बाद उन्हें एडवांस जेट ट्रेनर हॉक पर उड़ान का प्रशिक्षण लेना होता है. इसके बाद भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बाद किसी फाइटर जेट पर ट्रेनिंग का दौर शुरू होता है.
सबसे पहले ट्रेनर एयरक्राफ्ट में किसी सीनियर के साथ उड़ान भरने के शुरुआती नसीहत लिए जाते हैं. इसके बाद दिन और फिर रात में उड़ान भरने और हमला करने की ट्रेनिंग की बारी आती है. लेकिन एक बार दिन में उड़ान और हमले की ट्रेनिंग पूरी होते ही पायलट पूरी तरह ऑपरेशनल पायलट बन जाता है अर्थात उसका कमांडिंग अफसर उसे युद्ध में भेज सकता है.
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भारतीय वायुसेना में महिलाएं:
भारतीय वायुसेना में लगभग 94 महिला पायलट हैं. ये महिला पायलट मिग, मिराज, जेगुआर या सुखोई जैसे फाइटर एय़रक्राफ्ट नहीं उड़ातीं. महिला पायलट हेलीकॉप्टर और परिवहन एयरक्राफ्ट पर ही तैनात की जाती हैं. लेकिन भारतीय वायुसेना महिला फ़ाइटर पायलटों को मौका देकर देश की पहली ऐसी सशस्त्र सेना बन गई, जिसने महिलाओं को सीधे मोर्चे पर उतार दिया.
भारतीय वायुसेना में लगभग 1500 महिलाएं अफसर हैं. ये महिला अफसर शिक्षा, इंटेलीजेंस, लीगल, कम्यूनिकेशन जैसे अलग-अलग विभागों में काम कर रही हैं.
भावना कंठ के बारे में:
• भावना कंठ ने एमएस कॉलेज बेंगलुरु से बीई इलेक्ट्रिकल की पढ़ाई की है. भावना कंठ बिहार के दरभंगा जिले के घनश्यामपुर प्रखंड के बाऊर गांव की निवासी हैं. वे बहुत ही साधारण परिवार से निकल कर आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंची हैं.
• भावना ने डीएवी स्कूल, बरौनी रिफाइनरी, बेगूसराय से दसवीं तक की पढ़ाई की है. उन्होंने साल 2016 में पहली बार भारतीय वायुसेना में प्रशिक्षण दिया गया था.
• फ्लाइट लेंफ्टिनेंट भावना कंठ नवंबर 2017 में फाइटर पायलट के तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल हुई थीं. उन्होंने मार्च 2018 में मिग-21 बायसन एयरक्राफ्ट में पहली अकेली उड़ान भरी थी.
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